बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री को मिली Y कैटेगरी की सुरक्षा, केंद्र की मिली मंजूरी
बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री अब भारी सुरक्षा घेरे में चलेंगे. दरअसल उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गयी है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से इसकी मंजूरी भी मिल गयी है. इस कैटेगरी में एक या दो कमांडो सहित 8 सुरक्षा गार्ड दिया जाता है. मालूम हो शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम के प्रमुख हैं.
पंडित धीरद्र शास्त्री को मिली जान से मारने की धमकी
पंडित धीरेंद्र शास्त्री हाल के दिनों में काफी चर्चा में आये हैं. उन्हें कुछ दिनों पहले ही जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. उनके चचेरे भाई के फोन पर अमर सिंह के नाम के शख्स ने जान से मारने की धमकी दी थी. धमकी भरे कॉल में कहा गया था कि धीरेंद्र शास्त्री की तेरहवीं की तैयारी कर लो.
बिहार में धीरेंद्र शास्त्री ने लगाया भव्य दरबार
पिछले दिनों धीरेंद्र शास्त्री ने बिहार में अपना भव्य दरबार लगाया. जहां बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी. हालांकि उनके कार्यक्रम का विरोध भी हुआ. शास्त्री के दरबार पर जमकर राजनीति भी हुई. दरअसन बागेश्वर धाम बाबा दरबार लगाते हैं और लोगों को पर्ची देते हैं और उनके दुख का समाधान करते हैं. इसी को लेकर उनके खिलाफ अंध विश्वास फैलाने का आरोप लगा है.
धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रमों को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर तत्काल सुनवाई से कोर्ट का इनकार
गुजरात हाई कोर्ट ने उस जनहित याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से बुधवार को इनकार कर दिया, जिसमें पुलिस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के ‘दिव्य दरबारों’ के दौरान सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देने वाली कोई गतिविधि न हो.
26 मई से सात जून के बीच गुजरात के चार शहरों में लगेगा धीरेंद्र शास्त्री का दरबार
26 मई से सात जून के बीच धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार गुजरात के चार शहरों – सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा और राजकोट में लगेंगे. याचिकाकर्ता ने अनुरोध किया कि अधिकारियों को प्रस्तावित कार्यक्रमों में वक्ताओं को भड़काऊ और डराने-धमकाने वाली भाषा का इस्तेमाल करने से रोकने के निर्देश दिये जाये. याचिकाकर्ता ने कहा कि शास्त्री के खिलाफ राजस्थान के उदयपुर में कथित अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर मामला दर्ज किया गया है और इसी तरह की मांग मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार में उनके कार्यक्रमों के बाद की गई थी.