चीतों की मौत पर दक्षिण अफ्रीका ने भारत का किया बचाव, कहा- असामान्य नहीं है उनका मरना
दक्षिण अफ्रीका में भी चीतों की हुई थी मौत
विभाग की ओर से कहा गया है कि मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल की फेंसिंग नहीं हुई है और यहां तेंदुएं, भेड़िये, भालू और लकड़बग्घे भी हैं. अफ्रीका में भी जब चीतों को फिर से बसाया गया, तो पाया गया कि खुले जंगल में छोड़ने के एक साल के भीतर कई चीतों की मौत हो गई थी. कई चीते कूनो नेशनल पार्क की सीमा से बाहर भी निकलेंगे. उन्हें फिर से पकड़ा जाएगा, तो वे तनाव में भी रहेंगे. एक बार चीतों को अपनी सीमा की पहचान हो जाएगी, वे स्थिर हो जाएंगे.