छत्तीसगढ़ सीमा के पास नक्सली कमांडर राजी रेड्डी उर्फ अतन्ना की मौत की खबर, 8 लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार

12

छत्तीसगढ़ सीमा के पास एक खूंखार नक्सली की मौत की खबर है. वहीं, छत्तीसगढ़ पुलिस ने आठ लाख रुपये के इनामी नक्सली को गिरफ्तार कर लिया है. जिस खूंखार नक्सली की मौत की खबर है, उसका नाम राजी रेड्डी उर्फ अतन्ना बताया जा रहा है. वहीं, पुलिस ने 8 लाख रुपये के इनामी सरजून यादव उर्फ पूतना को गिरफ्तार किया है.

खूंखार नक्सली कमांडरक था अतन्ना

खबर है कि राजी रेड्डी उर्फ अतन्ना एक खूंखार नक्सली कमांडर था. उसकी मौत का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि एक व्यक्ति के शव के पास नक्सली रो रहे हैं. बिलख रहे हैं. शोक मना रहे हैं. हालांकि, आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हुई है. नक्सलियों ने भी इस संबंध में कोई चिट्ठी जारी नहीं की है.

जंगल में चल रहा था अतन्ना का इलाज

आमतौर पर किसी बड़े नक्सली की मौत के बाद नक्सलियों की ओर से इस संबंध में चिट्ठी जारी की जाती है. राजी रेड्डी की कथित मौत के बाद ऐसा कोई पत्र जारी नहीं हुआ है. अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि नहीं की है. खबर है कि इस खूंखार नक्सली की बीमारी से मौत हुई है. वह लंबे अरसे से बीमार चल रहा था. जंगल में उसका इलाज भी हो रहा था, लेकिन वह बीमारी से उबर नहीं पाया.

तेलंगाना का रहने वाला था राजी रेड्डी उर्फ अतन्ना

राजी रेड्डी उर्फ अतन्ना वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय था. तेलंगाना के करीमनगर जिले के इस निवासी की कथित तौर पर छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना की सीमा पर मौत हुई है. बताया जा रहा है कि जब से तेलंगाना में नक्सलवाद का उदय हुआ, राजी रेड्डी संगठन में सक्रिय हो गया था. उसने नक्सलवाद को मजबूत करने में अहम भूमिका निभायी थी. वह केंद्रीय कमेटी का सदस्य भी था.

जशपुर से 8 लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पुलिस ने आठ लाख रुपए के इनामी नक्सली को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. बताया कि पुलिस दल ने जिले के भागलपुर गांव से सरजून यादव उर्फ पूतना नामक नक्सली को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया. इस नक्सली पर आठ लाख रुपए का इनाम है. उन्होंने बताया कि पूतना वर्ष 2018 और 2020 के बीच नक्सलियों की मिलिट्री कंपनी का सदस्य था.

सीआरपीएफ के जवानों पर गोलीबारी में शामिल था सरजून यादव

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उसने वर्ष 2020 में बलरामपुर जिले के सामरीपाठ पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत जलजली गांव के जंगल में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन जवानों पर गोलीबारी में शामिल था. इस घटना में एक सुरक्षाकर्मी घायल हुआ था. उन्होंने बताया कि सरजून अपने बड़े भाई भूपेंद्र यादव के नक्सल संबंधी मामले में जेल जाने के बाद वर्ष 2018 में नक्सली संगठन के संपर्क में आया था.

नवीन यादव के साथ जुड़ गया था सरजून यादव उर्फ पूतना

इसके बाद वह नक्सलियों के लिए दैनिक उपयोग की वस्तुओं की आपूर्ति करने लगा. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बाद में वह नक्सली नेता नवीन यादव के साथ जुड़ गया और तीन साल तक कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा, जिसमें 2020 में तीन सीआरपीएफ जवानों पर गोलीबारी और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए बारूदी सुरंग लगाना शामिल है.

भागलपुर गांव में किराए के मकान में रह रहा था पूतना

उन्होंने बताया कि यादव ने वर्ष 2021 में नक्सली संगठन छोड़ दिया और भूमिगत हो गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ जशपुर जिले के भागलपुर गांव में एक किराए के मकान में रह रहा था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यादव को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.

दो दिन पहले नक्सली दंपती ने किया था सरेंडर

दो दिन पहले ही सुकमा जिले में नक्सली दंपती ने सरेंडर किया था. दोनों पर सरकार ने एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर किया. महिला नक्सली का नाम सोमे और उसके पति का नाम नंदा है. सोमे जगरगुंडा में सक्रिय ‘लोकल ऑपरेशन स्क्वायड’ (एलओएस) की सदस्य थी. उसका पति नंदा कोंटा में सक्रिय एलओएस का सदस्य था.

Source link

Get real time updates directly on you device, subscribe now.