‘आप’ नेता सत्येंद्र जैन के ब्रेन में ब्लड क्लॉट, जानें कैसी है अब दिल्ली के पूर्व मंत्री की हालत

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आम आदमी पार्टी (आप) के जेल में बंद नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की सेहत को लेकर जो ताजा जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार सिर में चोट लगने की वजह से खून का थक्का जम गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने एलएनजेपी अस्पताल के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि सिर में चोट लगने के कारण उनके ब्रेन में ब्लड क्लॉट कर गया है. उनका इलाज आईसीयू में चल रहा है. उनकी हालत अभी स्थिर है. आगे का इलाज चल रहा है. अस्पताल ने उनके इलाज के लिए चार डॉक्टरों का एक मेडिकल बोर्ड गठित किया है.

आपको बता दें कि पिछले साल मई में मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में इडी द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद से ही तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन को एक दिन पहले दिल्ली सरकार के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. जैन गुरुवार को तिहाड़ जेल में चक्कर आने के कारण शौचालय में गिर पड़े थे जिसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया था.

सत्येंद्र जैन को सांस लेने में दिक्कत

दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को सांस लेने में दिक्कत के कारण पहले दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में उन्हें लोकनायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल ले जाया गया. आप सूत्रों ने बताया था कि जैन को एलएनजेपी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है और वह ‘‘गंभीर रूप से बीमार’’ हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत दी

इधर सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को शुक्रवार को चिकित्सा आधार पर छह सप्ताह की अंतरिम जमानत दे दी. न्यायमूर्ति जे के माहेश्वरी और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा की पीठ ने शुक्रवार को जैन (58) को अपनी पसंद के अस्पताल में इलाज कराने की अनुमति दी और उनसे 10 जुलाई तक चिकित्सा रिकॉर्ड पेश करने को कहा. साथ ही पीठ ने जैन को अंतरिम जमानत की अवधि के दौरान मीडिया से बात न करने का भी निर्देश दिया.

पूर्व मंत्री का वजन 35 किलोग्राम

जैन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि पूर्व मंत्री का वजन 35 किलोग्राम कम हो गया है और वह रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या से परेशान हैं. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू ने जैन की अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) या राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में डॉक्टरों के एक पैनल से चिकित्सा जांच कराये जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर मेडिकल रिपोर्ट में इलाज की जरूरत बताई जाती है तो जांच एजेंसी इसका विरोध नहीं करेगी.

भाषा इनपुट के साथ

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