मोतीचूर रेंज बना जिम कॉर्बेट पार्क की बाघिन का नया आशियाना, केंद्रीय मंत्री संग सीएम धामी ने जंगल में छोड़ा

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राजाजी टाइगर रिजर्व का मोतीचूर रेंज अब जिम कॉर्बेट पार्क से लाई गयी बाघिन का नया ठिकाना होगा. शनिवार को केन्द्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाघिन को मोतीचूर रेंज में छोड़ा. बाघिन को छोड़े जाने से संबंधित सभी तैयारियां पार्क प्रशासन ने पहले से ही कर ली थी. बता दें, बीते सोमवार को बाघिन को जिम कार्बेट पार्क से मोतीचूर रेंज लाया गया था. बाघिन के शरीर पर पार्क प्रशासन ने एक रेडियो कॉलर भी लगाया है जिससे उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी.

बाघों की संख्या बढ़ाने की कवायद: गौरतलब है कि राजाजी पार्क के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में बाघों की संख्या नहीं हैं. ऐसे में बाघों की संख्या बढ़ाने की लगातार कवायद की जा रही है. इसी को लेकर जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से बाघो को राजाजी पार्क के इस हिस्से छोड़ा जा रहा है. गौरतलब है कि इससे पहले भी साल 2020 और 2021 को एक-एक बाघिन को यहां लाकर छोड़ा गया था.

महाराष्ट्र में भी बाघों को किया गया स्थानांतरित: इधर, महाराष्ट्र में भी दो बाघिनों का स्थानांतरण किया गया है. दरअसल, वन विभाग की टीम ने हाल ही में महाराष्ट्र के चंद्रपुर से दो बाघिनों को पकड़ा था. पकड़ने ने बाद इन बाघिनों को बाघ स्थानांतरण कार्यक्रम के तहत शनिवार को नवेगांव नागझिरा बाघ अभयारण्य में छोड़ा जा रहा है. वन विभाग ने मानव-पशु संघर्ष को रोकने के लिए यह कदम उठाया. बता दें, मानव-पशु संघर्ष को रोकने के लिए करीब 25 बाघों को चंद्रपुर जिले से राज्य के अन्य स्थानों पर आने वाले समय में स्थानांतरित किये जाने की भी प्लानिंग हैं.

बांधवगढ़ रिजर्व में बाघ के शावक की मौत: वहीं, मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मुख्य क्षेत्र में बाघ का एक शावक मृत पाया गया है. शावक बाघ के शरीर पर जख्म के निशान हैं. मृत शावक की उम्र करीब आठ से 10 महीने थी. शावक की गर्दन और पीठ पर हमले के कारण बने जख्म के निशान थे. उन्होंने कहा कि घावों से संकेत मिलता है कि वहां मौजूद बाघ ने शावक को मार डाला.

भाषा इनपुट के साथ

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