आम निवेशकों के लिए खुला एलआइसी आइपीओ
नई दिल्ली। देश का अब तक का सबसे बड़ा एलआइसी आइपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम) बुधवार को आम निवेशकों के लिए खुला है। पहले दिन पालिसीधारकों और कर्मचारियों ने इसे हाथोंहाथ लिया। पालिसीधारकों के लिए रखे गए आरक्षित हिस्से को जहां 1.9 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, वहीं कर्मचारियों ने अपने लिए रिजर्व रखे गए पूरे शेयर खरीद डाले। हालांकि कुल सब्सक्रिप्शन सिर्फ 67 प्रतिशत रहा।
बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआइबी) और गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआइआइ) ने आइपीओ को लेकर कोई खास उत्साह नहीं दिखाया। क्यूआइबी के लिए रखे गए हिस्से को जहां मात्र 33 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला। वहीं एनआइआइ ने अपने लिए आरक्षित शेयरों में से मात्र 26 प्रतिशत शेयरों की खरीद की। खुदरा निवेशकों ने अपने लिए रखे गए 6.9 करोड़ शेयरों में से करीब 50 प्रतिशत पहले दिन खरीद डाले।
एलआइसी ने एक शेयर की कीमत 902-949 रुपये तय की है। शेयर खरीदने के लिए कंपनी जहां कर्मचारियों को 45 रुपये का डिस्काउंट दे रही है। वहीं पालिसीधारकों के लिए यह छूट 60 रुपये है। 245 निजी जीवन बीमा कंपनियों का विलय करके एक सितंबर, 1956 को पांच करोड़ की प्रारंभिक पूंजी के साथ एलआइसी का गठन किया गया था।
पहले सरकार पांच प्रतिशत हिस्सेदारी का विनिवेश करके 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक जुटाना चाहती थी। हालांकि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते सरकार को अपनी योजना में परिवर्तन करना पड़ा और अब वह कंपनी में 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। आकार घटने के बावजूद एलआइसी का आइपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा आइपीओ है।
एंकर निवेशकों के लिए आइपीओ सोमवार को ही खुल गया था। उनके लिए 5.93 करोड़ शेयर रखे गए थे। सूत्रों के मुताबिक पहले दिन ही एंकर निवेशकों ने उनके लिए रखे गए शेयर के मुकाबले दोगुनी संख्या में बोलियां लगाई हैं। सभी बोली शेयर के ऊंचे भाव पर लगाई गई हैं। एंकर निवेशकों के माध्यम से कंपनी 5,630 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है।
बैंक से कैसे करें अप्लाई
अपने नेट बैंकिंग खाते में लॉग इन करें।
निवेश के तहत, विकल्प IPO/e-IPO पर क्लिक करें
आवश्यक विवरण दर्ज करके पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करें
निवेश करने के लिए एलआईसी आईपीओ विकल्प चुनें, शेयरों की संख्या और बोली मूल्य दर्ज करें।
अपना ऑर्डर देने के लिए “सबमिट या अप्लाई नाउ” विकल्प पर क्लिक करें।
बैंक के आधार पर कदम अलग-अलग हो सकते हैं। सभी निवेशक जिनकी बोलियां स्वीकार की जाती हैं, उनके खातों से पैसे काट लिए जाएंगे।