Project Samudrayaan: चंद्रयान-3 और आदित्य L1 के बाद भारत का मिशन मत्स्य 6000, खुलेंगे समुद्र के अनसुलझे रहस्य
बेशकीमती धातुओं की करेगा तलाश
भारत के समुद्र यान मिशन के तहत मत्स्य 6000 गहरे समुद्र में उतरकर कई खोजों को अंजाम देगा. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने कहा है कि हम 2024 की पहली तिमाही में 500 मीटर की गहराई पर मत्स्य 6000 का समुद्री परीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा कि इस मिशन के 2026 तक साकार होने की उम्मीद है. गौरतलब है कि अभी तक सिर्फ अमेरिका, रूस, जापान, फ्रांस और चीन ने मानवयुक्त पनडुब्बी विकसित की है, और इसे समुद्र में उतारा है. इसी कड़ी में मत्स्य 6000 समुद्र में निकल, कोबाल्ट, मैंगनीज, हाइड्रोथर्मल सल्फाइड और गैस हाइड्रेट्स की तलाश करेगा, इसके अलावा मत्स्य 6000 हाइड्रोथर्मल वेंट और समुद्र में कम तापमान वाले मीथेन रिसने में केमोसिंथेटिक जैव विविधता की जांच करेगा.