Savings और Current Account में क्या होता है अंतर, आपको किससे मिलेगा लाभ, यहां दूर करें हर कंफ्यूजन
विंग्स और करंट अकाउंट के फीचर्स
Savings और Current Account दोनों में ही मिनिमम बैलेंस अनिवार्य होता है. Savings Account में आपको फिर भी जीरो बैलेंस अकाउंट और सैलरी अकाउंट में मिनिमम बैलेंस न रखने की छूट मिल जाती है, लेकिन करंट अकाउंट में ये ऑप्शन नहीं मिलता. साथ ही करंट अकाउंट का मिनिमम बैलेंस, सेविंग्स अकाउंट से थोड़ा ज्यादा रहता है.
Savings Account में महीने में किए जाने वाले ट्रांजैक्शन की एक लिमिट होती है, लेकिन करंट अकाउंट में ऐसी कोई लिमिट नहीं होती है. इसके अलावा सेविंग अकाउंट में मैक्सिमम अमाउंट रखने की भी लिमिट होती है, जबकि करंट अकाउंट में ऐसी कोई लिमिट नहीं है.
Savings Account में जमा पर ब्याज मिलता है और ग्राहक को ब्याज के रूप में होने वाली आयकर टैक्स के दायरे में आती है, जबकि करंट अकाउंट में कोई ब्याज नहीं मिलता, इसलिए ये टैक्स के दायरे से बाहर है.