Delhi Wine Online Delivery: दिल्ली में शराब की हो सकती है होम डिलीवरी, बन रहा प्रस्ताव.
नई दिल्ली, शराब की दुकान पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं होने को लेकर परेशान दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार अब शराब की होम डिलीवरी पर काम कर रही है। इसके लिए प्रस्ताव बनाने की कार्रवाई शुरू हो गई है। जल्द ही इसको लेकर कोई फैसला आ सकता है।
बनाया जाएगा प्रस्ताव
इस बाबत दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्य सचिव ने आबकारी आयुक्त को शराब की होम डिलीवरी करने को लेकर प्रस्ताव बनाने को कहा है।
उपभोक्ता को चुकाना होगा अतिरिक्त शुल्क
बता दें इसमें शराब की होम डिलीवरी के लिए एजेंसी डोर स्टेप डिलीवरी योजना के अनुसार डिलीवरी की राशि अलग से वसूलेगी। इस संबंध में लॉकडाउन के चलते दिल्ली सरकार को राजस्व हानि के साथ ही कारोबारियों को भी नुकसान हो रहा था।
52 फीसद बोले- होनी चाहिए शराब की होम डिलीवरी
शराब कारोबारियों ही दिल्ली सरकार को शराब की होम डिलीवरी शुरू करने संबंधी प्रस्ताव दिया था। लॉकडाउन में लोकल सर्कल संगठन द्वारा कराए गए एक सर्वे में 52 फीसद लोगों ने कहा है कि शराब की होम डिलीवरी होनी चाहिए।
16 फीसद बोले- दुकानों का समय बढ़े
इस बाबत 23 फीसद ने कहा कि दुकानों पर पुलिस को शारीरिक दूरी का पालन कराना चाहिए वहीं 16 फीसद ने कहा कि दुकानों का समय बढ़ाया जाए।
इधर दिल्ली में अव्यवस्था के बीच बुधवार सुबह दो घंटे में 3,5 करोड़ की शराब बेची गई। मंगलवार को केवल तीन घंटे में 4.5 करोड़ की शराब की बिक्री हुई। दाम बढ़ाए जाने से पहले सोमवार को 4 करोड़ की शराब बेची गई थी।
यहां पर बता दें कि 4 मई से दिल्ली में शराब की बिक्री हो रही है। इस दौरान लॉकडाउन के नियम टूटने की बातें लगातार सामने आ रही हैं। सोमवार और मंगलवार को बहुत ही बुरा हाल रहा। सोमवार को सिर्फ 2 तक ही दुकानें खुलीं, जिसके बाद हालात के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने शराब के ठेके बंद करवा दिए।
स्थिति ऐसी है कि ठेकों के सामने सुबह से ही लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। जहां लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े थे। गोल मार्केट के सामने महिलाओं और पुरुषों की अलग-अलग लाइनें लगी हुई थी। इन्हें पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान घर जाने के लिए कहते भी रहे जब नहीं माने तो कहीं-कहीं हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। वहीं, झंडेवालान ठेके के सामने लोगों की लंबी कतारें लगी रही। जहां शारीरिक दूरी का कोई पालन नहीं हो रहा था।