Delhi Traffic Jam: आइटीओ पर लगने वाला जाम बना वाहन चालकों की मुसीबत
नई दिल्ली , दिल्ली के व्यस्त इलाकों में से एक आइटीओ चौराहे पर सुबह और शाम के समय भीषण यातायात जाम से वाहनों का ईंधन जलने के कारण सोमवार को इसका एयर इंडेक्स 313 दर्ज किया गया। इस वजह से आइटीओ को रेड जोन में शामिल किया गया है, हालांकि इसका एक कारण दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से बढ़ने वाला प्रदूषण भी है। सच्चाई तो यह है कि इसका सबसे प्रमुख कारण यहां वाहनों के अधिक दबाव के कारण लगने वाला यातायात जाम ही है।
बता दें कि आइटीओ चौराहे से प्रतिदिन लाखों वाहन दिल्ली के विभिन्न इलाकों के लिए आवाजाही करते हैं। विकास मार्ग, दीन दयाल उपाध्याय मार्ग, दिल्ली गेट और प्रगति मैदान की ओर से आने जाने वाले वाहन चालकों को कई बार 10-15 मिनट तक भी यहां रेड लाइट पर रुकना पड़ता है। जितनी देर तक रेड लाइट रहती है उतनी देर तक अधिकांश वाहन चालक अपने वाहन को बंद नहीं करते हैं और उनका ईंधन जलता रहता है। इसके कराण वायु प्रदूषण बढ़ता है। यहां सबसे ज्यादा वाहन विकास मार्ग की ओर से आते हैं। जब इस ओर रेड लाइट होती है तो वाहनों की लंबी कतार लग जाती है।
आइटीओ पर वाहनों के दबाव के कारण होने वाले प्रदूषण को लेकर दिल्ली यातायात पुलिस की संयुक्त आयुक्त मीनू चौधरी का कहना है कि बिना पीयूसी प्रमाण पत्र और अवैध रूप से सड़कों पर वाहन खड़े करने से लगने वाले जाम को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। आइटीओ का रेड जोन में आने का मामला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जुड़ा है।
वहीं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आइटीओ पर धूल उड़ने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पहले से ही पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। साथ ही यहां स्थित सड़कों के गड्ढों को दुरुस्त कराया जाएगा ताकि उनसे भी धूल न उड़े।