EXCLUSIVE: मैं तो बस एक फिल्म करने मुंबई आया था, उससे ज्यादा की ख्वाहिश नहीं थी- विजय वर्मा
जब इंडस्ट्री में आया था, तो केवल एक ही फिल्म करना चाहता था. पहली फिल्म मिली, उसका साइनिंग अमाउंट भी मिला और उस पैसे से पार्टी कर ली, लेकिन फिल्म नहीं बनी. बिना फिल्म में काम किए बिना नहीं जाऊंगा. ये तय कर लिया था, तो फिर काम ढूंढने लगा. एक फिल्म मिली, लेकिन वो भी नहीं बनी. तीन साल के इन्तजार के बाद आखिरकार एक फिल्म मिल गयी, जो रिलीज भी हुई. उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. काफी उतार-चढ़ाव से भरी जर्नी रही है, लेकिन धीरे-धीरे ही सही मैं इंडस्ट्री में अपनी एक पहचान बनाने लगा. मैं इस बात के साथ इरफ़ान खान सर और मनोज बाजपेयी सर का शुक्रिया भी अदा करना चाहूंगा, जिन्होंने मेरे संघर्ष के दिनों में मुझे बहुत मोटिवेट किया. कई डायरेक्टर्स को मेरे नाम का सुझाव भी दिया. मनोज सर अभी भी मेरा काम देखने के बाद मुझे कॉल करके बधाई देते हैं.