रोजगार मेले को कांग्रेस ने बताया ‘सबसे बड़ा जुमला’, बोले जयराम रमेश- फेल हुआ हर साल 2 करोड़ नौकरी का वादा
रमेश ने दावा किया कि रोजगार मेलों में जो नौकरियां मिल रही हैं, वे पहले से ही स्वीकृत पदों पर मिल रही हैं, जिन्हें प्रशासनिक या वित्तीय कारणों से वर्षों से भरा नहीं गया था. उन्होंने कहा कि बहुत बड़ी संख्या में पदोन्नति के मामलों में भी प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे हैं. रमेश ने कहा कि इन मेलों के माध्यम से शासन का व्यक्तिगत इस्तेमाल हो रहा है. ऐसा दिखाया जा रहा है कि मानो ये नियमित नौकरियां प्रधानमंत्री की ही वजह से मिल रही हैं, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है. कांग्रेस नेता रमेश ने कहा कि रोजगार सृजन आर्थिक विकास से होता है, जिसके लिए पर्याप्त निवेश की आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री रोजगार मेला सिर्फ एक नौटंकी है. यह अति अहंकार, घमंड, आत्म-मुग्धता के साथ-साथ बेरोजगारी की गंभीर स्थिति के लिए जिम्मेदारी स्वीकार करने से इनकार करने का एक और प्रमाण है.