ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने G-20 में शामिल होने से पहले रखी शर्त, भारत के साथ एफटीए पर जानें क्या कहा

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भारत में आयोजित G-20 Summit की बैठक में शामिल होने से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बड़ा बयान दिया है. ऋषि सुनक ने अपने मंत्रियों से कहा कि भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर वार्ता प्रगति पर है. देश केवल उसी समझौते पर सहमत होगा जो ब्रिटेन के हित में हो. इस सप्ताहांत में नयी दिल्ली में जी20 विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली भारत यात्रा पर आने वाले हैं. सुनक ने मंत्रिमंडल की बैठक में व्यापार वार्ता पर अपने मंत्रियों को अद्यतन जानकारी दी. अभी तक इस संबंध में 12 दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है. सुनक ने द्विपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों में भारत को ब्रिटेन का अपरिहार्य भागीदार बताया. उन्होंने कहा कि वह संबंधों को और मजबूत करने के इच्छुक हैं.

ब्रिटेन-भारत संबंधों को मजबूत करना चाहिए: सुनक

डाउनिंग स्ट्रीट की ओर से मंत्रिमंडल की बैठक पर जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बातचीत आगे बढ़ रही है और वह केवल उसी दृष्टिकोण पर सहमत होंगे जो पूरे ब्रिटेन के हित में होगा. बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आर्थिक रूप से और सभी लोकतंत्रों के समक्ष पेश होने वाली वैश्विक चुनौतियों से निपटने में ब्रिटेन का एक अपरिहार्य भागीदार है. उन्होंने कहा कि हमें अब ब्रिटेन-भारत संबंधों को मजबूत करना चाहिए.

भारत, ब्रिटेन के बीच एफटीए वार्ता का अगला दौर इस महीने

भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए 13वें दौर की वार्ता इस महीने दिल्ली में होगी. वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी थी. इससे पहले 12वें दौर की बातचीत 8-31 अगस्त तक हुई. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि ब्रिटेन की व्यापार मंत्री केमी बडेनोच ने बैठक के लिए भारत का दौरा किया और वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की. बयान के मुताबिक कि उन्होंने एफटीए पर चर्चा की और बातचीत को आगे बढ़ाने के तरीकों पर सहमति जताई.

भारत-ब्रिटेन एफटीए वार्ता को लेकर सकारात्मक हैं भारतीय उच्चायुक्त

भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए वार्ता के 12वें दौर से पहले ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दुरईस्वामी ने उम्मीद जताई थी कि दोनों देश पारस्पर लाभ वाले समझौते के लिए ‘अनुकूल स्थिति’ पर पहुंच सकेंगे. एफटीए के लिए 12वें दौर की वार्ता 16 अगस्त से नयी दिल्ली में शुरू हुई थी. उच्चायुक्त दुरईस्वामी ने कहा था कि वह इसको लेकर सकारात्मक हैं, क्योंकि दोनों देश दो समान आकार की अर्थव्यवस्थाओं के बिल्कुल अलग ढांचे की जटिलताओं को समझते हैं और वे जरूरी समायोजन करने के लिए तैयार हैं. व्यापक द्विपक्षीय भागीदारी को लेकर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में ‘स्पष्ट सामंजस्य’ की उम्मीद जताई.

मैं एफटीए के बारे में सकारात्मक हूं: भारतीय उच्चायुक्त

भारतीय उच्चायुक्त ने कहा कि मैं एफटीए के बारे में सकारात्मक हूं. मेरा इरादा यह है कि जिस हद तक हम कर सकते हैं, हम चाहेंगे कि एक पारस्परिक रूप से लाभप्रद मुक्त व्यापार समझौता पूरा हो. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि दोनों पक्ष आवश्यक समायोजन के लिए तैयार हैं. हमारी अर्थव्यवस्थाओं का ढांचा भिन्न है. ऐसे में एक मिलकर ‘उचित रास्ता’ बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है. वरिष्ठ राजनयिक पिछले साल जनवरी से शुरू हुई एफटीएफ वार्ताओं में शामिल रहे हैं.उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण होगा कि ब्रिटिश पक्ष भारतीय अर्थव्यवस्था के ढांचे की कुछ जटिलताओं को पहचाने.

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