अशोक गहलोत सरकार में पेपर लीक्स और क्राइम की गारंटी, भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी का आरोप

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जयपुर : भाजपा के सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को विधानसभा चुनाव में वादों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी की सरकार राजस्थान में केवल पेपर लीक और अपराध की ही गारंटी दे सकती है, जिससे अपराधियों के मनोबल और मुगलों के महिमामंडन को बढ़ावा मिलेगा. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 2018 में कांग्रेस ने 10 दिनों के अंदर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन केवल पांच से अधिक किसान अपना कर्ज चुका नहीं पाए. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि राजस्थान में किसानों की उात्महत्या एक आम बात बन गई है. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार ने पेपर लीक होने और प्रदेश में ध्वस्त हो रही कानून व्यवस्था की ही गारंटी दे सकती है.

पीएम मोदी के आश्वासन पर करें भरोसा

भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि अपराधियों का मनोबल बढ़ाना अशोक गहलोत सरकार की गारंटी है. उनकी अपनी ही पार्टी में झगड़ा होने की गारंटी है और मुगलों का महिमामंडन करना उनकी गारंटी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिए गए आश्वासन ही भरोसेमंद हैं और इस पर ही लोगों को भरोसा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस दुनिया में एकमात्र गारंटी ‘मोदी की गारंटी’ है. हमने जो वादा किया था, उसे पूरा किया. राजनीतिक स्तर पर विश्वसनीयता का संकट था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने काम के माध्यम से विश्वसनीयता को बढ़ाया है.

कांग्रेस ने फूट से किया इनकार

इस बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को पार्टी में फूट की आशंकाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में वापसी के लिए हमारे नेता चुनावी मैदान में पूरी मुस्तैदी से डटे हुए हैं और सभी मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक झूठी कहानी फैलाई जा रही है कि राजस्थान में कांग्रेस के अंदर कोई एकता नहीं है. हालांकि, मैं इस बात को खारिज करता हूं कि हमारी पार्टी में कोई फूट नहीं है. हमारे नेता पहले ही की तरह एकजुट होकर काम कर रहे हैं और सभी एक साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा को इस चुनाव में हराने के लिए पुरजोर तरीके से काम कर रहे हैं. मुझे विश्वास है कि जनता का मूड और नब्ज हमारे पक्ष में है. किसी प्रकार की चिंता की बात नहीं है. राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में वापसी की ओर अग्रसर है.

2018 में निर्दलीयों के समर्थन से बनी थी गहलोत सरकार

बता दें कि राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान कराए जाएंगे और तीन दिसंबर को वोटों की गिनती की जाएगी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 200 विधानसभा सीटों में से करीब 99 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा को करीब 73 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था. इस चुनाव के बाद अशोक गहलोत ने बसपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.

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