सिक्किम के बिस्सु हांग लिंबू ने बना दी ऑटोमैटिक व्हीकल सैनिटाइजिंग मशीन.
जोसेफ लेप्चा, गंगटोक। सिक्किम के गेजिंग निवासी बिस्सु हांग लिंबू ने वाहनों को सैनिटाइज करने के लिए ऑटोमैटिक व्हीकल सैनिटाइजिंग मशीन बनाई है, चेक पोस्ट पर या टोल पर यह आसानी से वाहनों के सैनिटाइज करती है। एक वाहन करीब पांच मिनट में सैनिटाइज हो जाता है और आगे बढ़ जाता है। मशीन को ऑपरेट करने के लिए सहायक की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है।
आइटीआइ से इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग में डिप्लोमा होल्डर बिस्सु हांग लिंबू को ऑटोमैटिक व्हीकल सैनिटाइजिंग मशीन का आइडिया तब आया जब उन्होंने देखा कि सरकारी वाहन उन जगहों पर भी जाते हैं जहां संक्रमण फैला है। ऐसे में इन वाहनों को सैनिटाइज किया जाना भी बेहद जरूरी है ताकि इनके जरिये दूसरे स्थानों तक संक्रमण न फैलने पाए। खासकर पहियों और बॉडी को।
लिंबू कहते हैं, मैंने सोचा कि चेक पोस्ट या किसी ऐसे स्थान पर इस तरह का सैनिटाइजर स्प्रेयर लगाया जाए जहां से ये वाहन गुजरते हैं तो बात बन जाएगी। यदि यह काम ऑटोमैटिक हो जाए तो और भी बेहतर। तब सामान जुटाया और 11 दिन में यह मशीन तैयार कर दी। लोहे और प्लास्टिक के कुछ पाइप, र्पंंपग मोटर और नोजल का उपयोग कर इसे बनाया है। लागत करीब दस हजार रुपये है।
लिंबू के मुताबिक इस मशीन को चेक पोस्ट पर लगाया है, जहां फटाफट वाहनों को सैनिटाइज कर रही है। प्रयोग सफल रहा। पाइप से गेटनुमा फ्रेम तैयार किया है। पाइप में जगह-जगह नोजल लगाए हैं। मोटर के जरिये सैनिटाइजर का घोल पंप होकर नोजल तक पहुंचता है। गेट के नीचे खड़े किए गए वाहन पर यह अलग-अलग नोजल हर ओर से स्प्रे करते हैं। छोटे वाहन को सैनिटाइज करने में यह मशीन अधिकतम तीन मिनट और बड़े वाहन को सैनिटाइज करने में सात मिनट लेती है। सिक्किम सरकार के मंत्री एलएन शर्मा ने बिस्सु हांग लिंबू द्वारा तैयार की गई इस मशीन को देखने के बाद इसकी सराहना की। राज्य के उद्योग विभाग ने इसे खरीदने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भी भेजा है।
चेक पोस्ट से गुजरने वाले वाहनों को आसानी से सैनिटाइज कर देता है इसका स्प्रेयर, करीब पांच मिनट लगता है समय, कीमत केवल दस हजार।