मोदी सरकार के 9 साल: नोटबंदी से लेकर मेक इन इंडिया तक, जानिए 9 साल में मोदी सरकार के नौ बड़े फैसले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने आज 9 साल पूरे कर लिए हैं. 29 मई 2014 को पीएम मोदी ने देश की बागडोर संभाली थी. इसके बाद से पीएम मोदी लगातार प्रधानमंत्री बने हुए है. अपने दूसरे कार्यकाल के भी 4 साल पीएम मोदी ने पूरे कर लिए है. अपने दमदार व्यक्तित्व और करिश्माई नेतृत्व के दम पर पीएम मोदी न सिर्फ भारत के बल्कि दुनिया के वो दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में शुमार हो गये हैं. पीएम मोदी की लोकप्रियता देश दुनिया में लगातार बढ़ रही है. अपने 9 साल के कार्यकाल में पीएम मोदी और उनकी सरकार ने कई ऐसे काम किये है जो काफी सराहनीय हैं.
देश को नये संसद की सौगात: अपने शासन काल में पीएम मोदी देश को नये संसद भवन की सौगात देने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री ने दिल्ली में सेंट्रल विस्टा की शुरुआत की है. जिसके तहत यह निर्माण किया गया है. इसी महीने की 28 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला नए संसद भवन को देश को समर्पित करने जा रहे हैं. नया संसद भवन भव्य होने के साथ-साथ कई सुविधाओं से भी लैस है.
नोटबंदी का बड़ा फैसला: अपने 9 साल के शासन काल में पीएम मोदी ने वर्ष 2016 में नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला किया था. यह सरकार के चंद बड़े फैसलों में से एक है. इस फैसले से पूरे देश में हड़कंप सा मच गया था. 8 नवंबर साल 2016 को पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए नोटबंदी का फैसला सुनाया. साथ ही 500 और 1000 के नोट को चलन से बाहर कर दिया था. उसकी जगह 200 और 2000 नये नोट के चलन की शुरुआत की. मोदी सरकार ने नोटबंदी के जरिए काले धन पर चोट की थी.
कानूनी दायरे में लाया गया तीन तलाक: मोदी सरकार ने जुलाई 2019 में तीन तलाक विधेयक पारित कर तीन तलाक को कानूनी दायरे में ला दिया था. सरकार के इस फैसले के बाद मुस्लिम समाज में तीन तलाक देना अपराध की श्रेणी में आ गया है.
मेक इन इंडिया की शुरुआत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 के सितंबर महीने में मेक इन इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इसका मकसद देश में विनिर्माण को बढ़ावा देना और रोजगार के नये अवसर पैदा करना है. मेक इन इंडिया एक तरह का स्वदेशी अभियान है, जिसमें अर्थव्यवस्था के तमाम क्षेत्रों को शामिल किया गया है. देश ने मेक इन इंडिया के तहत कई उपलब्धियों को हासिल किया है.