दिल्ली में 5 दिनों के दौरान होगी 20,000 लोगों की जांच

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स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने अलगे पांच दिन में ही कंटेनमेंट जोन घोषित इलाकों में 20 हजार लोगों के सैंपल लेकर जांच कराने का फैसला किया है।

दिल्ली न्यूज़ 24 रिपोर्टर(अमित लाल)। राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावित इलाकों में बडे़ पैमाने पर लोगों के सैंपल लिए जाएंगे और उनकी जांच कराई जाएगी, ताकि यदि कोई संक्रमित हो तो उसकी शुरुआती दौर में ही पहचान कर आइसोलेट किया जा सके।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने अलगे पांच दिन में ही कंटेनमेंट जोन घोषित इलाकों में 20 हजार लोगों के सैंपल लेकर जांच कराने का फैसला किया है। इस अभियान में निजी लैबों की भी मदद ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग जांच के लिए उन्हें शुल्क भुगतान करेगा।

इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के सभी जिलों के सर्विलांस अधिकारियों को आदेश भी दे दिए हैं। मौजूदा समय में दिल्ली में सात सरकारी लैबों में कोरोना की जांच की सुविधा है। जहां पहले ही जांच का भारी दबाव है। ऐसे में कंटेनमेंट जोन व सरकारी क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की जांच में निजी लैबों की मदद ली जाएगी। जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से कोविड फंड से दिल्ली स्वास्थ्य मिशन को जारी फंड से भुगतान किया जाएगा। इसके लिए महानिदेशालय ने शुल्क निर्धारित कर दिए हैं।

माई लैब किट का होगा इस्तेमाल

सैंपल जांच में माई लैब किट इस्तेमाल होगी और आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी। दिल्ली में आठ लैबों को यह जांच करने की स्वीकृति मिली हुई है। यदि निजी लैब खुद सैंपल लेते हैं और अपने पास से किट का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें प्रति सैंपल जांच के लिए 4500 रुपये भुगतान किया जाएगा। यदि सैंपल सरकारी अस्पताल के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा लिया जाता है और किट निजी लैब का होता तो इस सूरत में 3500 रुपये भुगतान होगा। यदि किट सरकार देती है और सैंपल भी सरकारी अस्पताल द्वारा लिया जाता है तो निजी लैब में जांच के लिए प्रति सैंपल जांच के लिए 2200 रुपये भुगतान किया जाएगा।

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