सोने में निवेश करना चाहते हैं दिल्ली-एनसीआर के लोग तो जरूर पढ़े यह स्टोरी

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सोने (Gold) में निवेश करने मतलब सिर्फ गहने ही खरीदना नहीं होता है, बल्कि आप समझदारी से सोने में निवेश करें तो कुछ सालों के दौरान बेहतर रिटर्न पा सकते हैं। वह भी बिना ज्यादा जोखिम की आशंका के। समझदारी तो इसी में है कि लोगों को सोने में फाइनेंशियल असेट के तौर पर निवेश करना चाहिए। बाजार में निवेश करने की सलाह देने वाले विशेषज्ञों की मानें तो सोने में निवेश करने वाले पेपर गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड म्यूचुअल फंड और डिजिटल गोल्ड को बेहतर विकल्प के तौर पर माना जाता है। निवेशकों के लिए यह हितकर इसलिए भी होता है, क्योंकि इसके जरिये सोने में निवेश करने पर सोने को खरीदना और बेचना आसान होता है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि निवेशकों को सोने की सुरक्षा की भी चिंता नहीं होती है और इसी के साथ सोने इन माध्यमों से निवेश करने पर लोगों को सोने में मिलावट या अशुद्धता की चिंता भी नहीं होती है। ऐसे में अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और सोने में निवेश करने के इच्छुक हैं तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Soverign Gold Bond) में सब्सक्रिप्शन का मौका सोमवार यानी 1 फरवरी से खुलने वाला है।


ये हैं सोने में निवेश के विकल्प

गोल्ड सेविंग्स स्कीम
डिजिटल गोल्ड
फिजिकल गोल्ड
ज्वैलरी
गोल्ड क्वॉइन
गोल्ड बार
निवेशकों की जानकराी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने इस बार गोल्ड सब्सक्रिप्शन की कीमत 4912 रुपये प्रति ग्राम तय की है। दिल्ली-एनसीआर के लाखों निवेशकों के पास इसमें निवेश करने के लिए 5 दिन यानी के लिए यानी 1-5 फरवरी तक का मौका है। यहां यह भी जान लें कि यह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2020-21 सीरीज का 11वां मौका है, जब दिल्ली-एनसीआर के लोगों को भी इसमें निवेश का मौका मिलेगा।


भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, निवेशकों के लिए सोने के बॉन्ड की कीतम 4862 रुपये प्रति ग्राम होगी। इस बॉन्ड की ऑनलाइन पेमेंट और खरीदारी के इच्छुक निवेशक 50 रुपये प्रति ग्राम डिस्काउंट के साथ इसे खरीद सकते हैं। बाजार के जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में आप इसमें निवेश करके अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। यहां पर यह बता देना जरूरी है कि इस बॉन्ड सांकेतिक कीमत (Nominal Price) 4912 रुपये तय हुई है। बॉन्ड का मूल्य इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन लिमिडेट (Indian Bullion and Jewelers Association Limited) ने तय किया है, जो 27 से 29 जनवरी के बीच 999 प्योरिटी वाले गोल्ड के औसत क्लोजिंग प्राइस के आधार पर है।


गौरतलब है कि एक निवेशक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 400 ग्राम सोने के बॉन्ड ही निवेश के तौर पर खरीद सकता है, जबकि इसी के साथ न्यूनतम निवेश एक ग्राम का निवेश करना जरूरी है। इस निवेश की खूबी यह भी है कि उपभोक्ता इस स्कीम में निवेश करके टैक्स भी बचा सकता है।

यह भी जानें

वरेन गोल्ड बॉन्ड के हर आवेदन के साथ निवेशक पैन जरूरी होगा।
इस गोल्ड बॉन्ड पर 2.5 फीसदी का वार्षिक ब्याज भी मिलेगा।
उपभोक्ताओं को निवेश के मद्देनजर कम से कम 1 ग्राम का बॉन्ड खरीदने की भी सुविधा मिलती है।
निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड के बदले लोन लेने की भी सुविधा है। ऐसे में लोग इसका दोहरा लाभ भी ले सकते हैं।
गोल्ड बॉन्ड को स्मॉल फाइनेंस बैंकों या पेमेंट बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के जरिये निवेश किया जा सकता है।
पोस्ट ऑफिस एनएसई और बीएसई के जरिये भी निवेश किया जा सकता है।

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