सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसान की मौत, दिल्ली-एनसीआर में भारत बंद जारी

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3 केंद्रीय कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में भारत बंद जारी है। इसका मिलाजुला असर भी देखने को मिल रहा है। इस बीच सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में एक किसान की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक, किसान आंदोलन में टीडीआइ सिटी के सामने एक किसान की मौत हो गई। मृतक अजय सोनीपत के गांव बरोदा का रहने वाला था। ्अजय के पास एक एकड़ की खेती थी और वह जमीन ठेके पर लेकर खेती का काम करता था परिजनों ने बताया कि ठंड के कारण किसान की मौत हुई है। अजय रात को खाना खाकर सोया था और सुबह मौत को लेकर जानकारी हुई।

फिलहाल कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के नागरिक अस्पताल भिजवाया है।

इस बीच हरियाणा से सटे दिल्ली के टीकरी और सिंघु बॉर्डर के साथ दिल्ली यूपी गेट और चिल्ला बॉर्डर पर भी किसानों का धरना जारी है। वहीं, किसानों के मंगलवार को प्रस्तावित भारत बंद के दौरान सड़कों पर लोगों की सामान्य आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। किसान आंदोलन के मद्देनजर कई राजनीतिक पार्टियों व संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। इसे देखते यातायात एडवाइजरी भी जारी की गई है, ताकि किसी को कोई दिक्कत न आए। बंद के दौरान अगर कोई आम लोगों के जन जीवन को बाधित करने की कोशिश करेगा, कानून के खिलाफ जबरदस्ती दुकानें अथवा बाजार बंद कराने की कोशिश करेगा तो पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।


दिल्ली पुलिस ने आंदोलनकारियों से अपील की है कि वे आम नागरिकों के जीवन को बाधित न करें। पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने सभी यूनिटों को निर्देश दिए हैं कि वे सड़कों पर मुस्तैद रहकर कानून एवं व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालें। उन्होंने सभी 15 जिले के डीसीपी को निर्देश दिया है कि सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम करें ।


दिल्ली से सटे नोएडा-ग्रेटर नोएडा में भारत बंद को देखते हुए पुलिस ने रात भर चलाया अभियान। विभिन्न पार्टी के नेताओं के घर दी दबिश। जो नेता मिले उन्हें हिरासत में लिया गया। पुलिस ने सपा युवजन सभा के जिलाध्यक्ष दीपक नागर, राष्ट्रीय लोक दल के जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी सहित अन्य नेताओं को हिरासत में लिया है। पुलिस शहर व ग्रामीण क्षेत्र में सुबह से ही मुस्तैद हो गई है।


नए कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों की ओर से भारत बंद का नोएडा में कोई असर नहीं है। नोएडा की औद्योगिक इकाइयों में नियमित कामकाज जारी है। इकाइयों में नियमित की तरह कामगार पहुंचे और उत्पादन कार्य शुरू किया। औद्योगिक सेक्टर फेस वन मेंम पूरी तरह से स्थिति सामान्य है। नोएडा एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन पदाधिकारी सुबह से ही मुस्तैद हैं और किसान आंदोलन की प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए हैं। एसोसिएशन अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन ने खुद सुबह से ही कमान संभाल रखी है।


बता दें कि किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का एलान किया हुआ है। किसान संगठनों ने सोमवार को बॉर्डर से ऐलान किया है कि वह सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक सभी बॉर्डर को सील करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि किसान पहले ही सड़कें जाम करने का एलान कर चुके हैं। इस कड़ी में मंगलवार सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक सड़कें जाम की जाएंगी। भारत बंद के दौरान दिल्ली में वाहनों को प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।


लुधियाना से चरणजीत सिंह लोहारा प्रधान पंजाब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में 8 दिसंबर को चक्का जाम करने का फैसला किया है। परिवहन संघ, ट्रक यूनियन, टेंपो यूनियन सभी ने बंद को सफल बनाने का फैसला किया है। यह बंद पूरे भारत में होगा।


उधर किसान नेता निर्भय सिंह धुडिके ने सिंघू बॉर्डर पर कहा कि उनका आंदोलन सिर्फ पंजाब तक ही सीमित नहीं है। कनाडा से भी उनको समर्थन मिल रहा है। इसके अलावा दुनियाभर के देश उनके आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं।


समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार दिल्ली के सभी जिला न्यायालयों की समन्वय समिति भी किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के आह्वान का समर्थन करती है। दिल्ली के सभी जिला न्यायालयों के वकील कल किसानों के समर्थन में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे। समन्वय समिति अध्यक्ष संजीव नसीर ने ये जानकारी दी।
जरूरी सेवाओं को राहत


भारत बंद के दौरान आपातकालीन सेवाएं एंबुलेंस, दमकल व पुलिस के वाहनों को ही बॉर्डर से निकाला जाएगा। इसके साथ ही बॉर्डर जाम के निर्धारित समय पर जरूरी सेवाएं जैसे की सब्जी, दूध व अन्य वस्तुओं को भी दिल्ली नहीं आने देंगे।

पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

भारत बंद के दौरान यूपी और हरियाणा बॉर्डर से किसान दिल्ली में प्रवेश न कर सकें, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने गाजियाबाद व नोएडा के सभी बॉर्डर यूपी गेट, चिल्ला, अप्सरा व भोपुरा बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। पुलिस के साथ ही अ‌र्द्धसैनिक बलों की कई टुकडि़यां यहां तैनात की गई हैं।


किसानों के टकराव की संभावना के मद्देनजर दिल्ली पुलिस भी तैयार

पुलिस ने वाटर कैनन भी खड़ी कर दी हैं। साथ ही चार स्तरीय बैरिकेडिंग यूपी गेट व नोएडा बॉर्डर पर की गई है, पत्थर के बैरिकेड भी लगाए गए हैं। दिल्ली पुलिस किसानों को सड़के जाम करने से रोक सकती है, ऐसे में टकराव बढ़ सकता है।

किसानों के भारत बंद का असर सड़क से लेकर रेल मार्ग पर भी दिखाई दे सकता है। रेलवे की दो सबसे बड़ी यूनियनों ऑल इंडिया रेलवे मैन फेडरेशन और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है। ऐसे में भारतीय रेलवे को इस तरह की आशंका है कि बंद के दौरान 16 राज्यों में यातायात संचालन में बाधा पैदा की जा सकती है। इस बाबत रेलवे ने ट्रेनों और स्टेशन परिसरों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।


इन राज्यों में ट्रेनों को संचालन बाधित कर सकते हैं प्रदर्शनकारी

आंध्र प्रदेश
बिहार
छत्तीसगढ़
दिल्ली
हरियाणा
झारखंड
कर्नाटक
मध्य प्रदेश
महाराष्ट्र
ओडिशा
पंजाब
राजस्थान
तमिलनाडु
उत्तराखंड
उत्तर प्रदेश
पश्चिमी बंगाल

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