सर्वहितकारी विद्या मंदिर में विद्यार्थियों को टिप्स दिए
सर्वहितकारी विद्या मंदिर बरनाला में पहली कक्षाओं के प्रशिक्षण हेतु कार्यशाला के तीसरे दिन के पहले सत्र में डाक्टर समीर महाजन जानकारी दी। इसमें उन्होंने एक शिक्षक का छात्र के व्यक्तित्व निर्माण में क्या सहयोग होना चाहिए इसके बारे में विस्तार से बताया।दूसरे सत्र में विद्यालय के प्रधानाचार्य डाक्टर संजीव चंदेल ने शिक्षण की दूसरी विधि ‘छात्र आधारित विधि’ के बारे में अवगत करवाया। इस विधि में डिस्कशन विधि, डाल्टन विधि, ह्यूरिस्टिक विधि तथा डिस्कवरी विधियों द्वारा बच्चों को विषय की संपूर्ण जानकारी कैसे दे सकते हैं तथा इसके गुणों अवगुणों के बारे विस्तार से बताया। वर्कशाप के तीसरे सत्र में मोरगन दास ने अंग्रेजी व्याकरण में नाउन, प्रोनाउन, अबजेक्टिव, एडवर्ब, पंक्चुएशन को ग्रुप डिस्कशन में कैसे आसानी से सीखा जा सकता है बहुत ही सुंदर ढंग से सिखाया।
वर्कशॉप के चौथे सत्र में कंप्यूटर अध्यापक जितेंद्र जोशी ने पावर प्इंट प्रजेंटेशन में कैसे अलग-अलग तरह की स्लाइड बनानी है और उनका स्लाइड शो कैसे करना है, प्रोजेक्टर की सहायता से सिखाया। इस वर्कशाप में प्रांतीय मंत्री सतपाल बांसल एवं विभाग सचिव मनोज का भी मार्गदर्शन दीदियों को मिला।इस वर्कशाप में अपने विचार रखते हुए प्रांतीय मंत्री सतपाल बंसल ने कहा कि जहां पहले हर साल लगने वाले शिविरों में केवल 50 से 60 अध्यापकों को ही इसका लाभ मिल पाता था वही ऑनलाइन वर्कशॉप से 400 से 500 अध्यापक इसका लाभ ले रहे हैं। बांसल ने नई शिक्षा नीति के बारे में भी संक्षेप में दीदियों को बताया। वर्कशाप के अंतिम सत्र में विद्यालय की दीदी कुमारी दीक्षा ने दीदियों को हैंडराइटिंग सिखाई। वर्कशाप का समापन सुखना मंत्र से किया गया।