दिल्ली-एनसीआर के लाखों उम्मीद थी कि आम बजट 2021 पेश करने के दौरान लोकल ट्रेनें के संचालन का एलान किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे दिल्ली और गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, अलीगढ़, मुरादाबाद, आगरा और सहारनपुर के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों यात्रियों का निराशा हाथ लगी है। इस बीच कोरोना के चलते बदले नियमों के तहत मुंबई में लोकल ट्रेन सेवा आम नागरिकों के लिए सोमवार से से शुरू कर दी गई है। वहीं, निराश लोगों में उम्मीद है कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद दिल्ली-एनसीआर में भी जल्द ही लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सकता है।
दिल्ली-एनसीआर का कारोबार-व्यापार हो रहा प्रभावित
दिल्ली से आगरा, मथुरा, अलीगढ़, बुलंदशहर, सहारनपुर, पलवल, फरीदाबाद, रेवाड़ी और रोहतक के बीच लोकल ट्रेन नहीं चलने से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों का व्यापार-कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। पूरे 10 महीने बीत चुके हैं, जब से लोकल ट्रेनें बंद पड़ी हैं। बताया जा रहा है कि प्रत्येक रोज राजधानी दिल्ली आकर माल की बुकिंग करने वाले कारोबारी भी अभी शांत हैं। दिल्ली देश का बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन हब है। ऐसे में कारोबारियों-व्यापारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
रोजगार छूटे, नौकरी करना हुआ महंगा
हापुड़ से रोजाना दिल्ली आकर चांदनी चौक में काम करने वाले रिंकू का कहना है कि 6 महीने तक तो घर बैठा रहा। फिर जाम चांदनी चौक में काम शुरू हुआ तो बसों के जरिये आना-जाना हो रहा है। ट्रेन की तुलना में कई गुना ज्यादा किरायों बसों में देना पड़ रहा है। नौकरी बची रहे, इसलिए काम पर जा रहा हूं, वरना कोई खास फायदा नहीं हो रहा है। ऊपर से बस की यात्रा में थकान भी हो जाती है।
वहीं, अलीगढ़ से आकर रोजाना 10 घंटे तक दिल्ली में काम करने वाले अब्दुल फतीह की मानें तो जमा पूंजी खत्म हो चुकी है। बस का सफर तय करके दिल्ली आने में बहुत घाटा है। रोजगार भी छूट गया है। हां, लोक ट्रेनों का संचालन शुरू हो तो फिर से काम मिल सकता है। अब तो इसी इंतजार में हूं कि लोकल ट्रेन शुरू हो और काम की डगर आसान हो।
दैनिक यात्री संघ से जुड़े लोग लगातार अपने स्तर पर रेल मंत्री से गुहार लगा रहे हैं। ऐसे लोगों को आम बजट से उम्मीद थी कि एलान हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पिछले साल रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ वीके यादव ने पत्रकार वार्ता के दौरा यह कहकर एक उम्मीद जताई थी कि जब तक कोरोना की स्थिति सुधरती नहीं है, तब तक नया टाइम टेबल नहीं लाया जाएगा। हालांकि, उन्होंने भी लोकन ट्रेनों के संचालन को लेकर कोई सकारात्मक बात नहीं कही थी।
मुंबई में इन नियमों के साथ चल रही है मेट्रो
भारतीय रेलवे और महाराष्ट्र सरकार ने कुछ नियमों में बदलाव के साथ 1 फरवरी से लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। इसके तहत लोकल ट्रेन की पहली सेवा से सुबह 7 तक और इसके बाद दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक और फिर अंतिम ट्रेन से रात 9 बजे तक आम जनता के लिए चल रही है।
वहीं, महिला यात्रियों को सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक और शाम को 7 बजे के बाद अनुमति दी गई थी। वहीं, अब सोमवार 1 फरवरी से महिलाओं को सुबह पहली गाड़ी चलने से लेकर सुबह 7 बजे तक, उसके बाद सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक और शाम 7 बजे से अंतिम लोकल ट्रेनें तक यात्रा करने की अनुमति दी गई है।