बजट में मांग बढ़ाने के उपायों पर जोर दे सरकार, सर्वे में 72 फीसद लोगों ने कही यह बात

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देश के 72 फीसद लोग चाहते हैं कि आगामी बजट में सरकार का मुख्य थीम मांग सृजन पर केंद्रित हो। बजट की थीम के रूप में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च लोगों की पसंद के रूप में दूसरे नंबर पर है। प्रत्यक्ष कर से जुड़े मामले में पूछे जाने पर 40 फीसद लोग बजट में सरकार से राहत की उम्मीद कर रहे हैं। यह जानकारी उद्योग संगठन फिक्की व ध्रुव के एक सर्वे के बाद साझा की गई है।

सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ सेक्टर में मांग में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन बढ़ोतरी का रुख जारी रखने की जरूरत है। वहीं, कई सेक्टर में मांग में बढ़ोतरी प्रक्रिया को जारी रखने के लिए सरकारी मदद की दरकार है। सर्वे में लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा कि बजट की प्राथमिकता मांग में मजबूती लाने की होनी चाहिए। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए टैक्स पॉलिसी के इस्तेमाल की भी जरूरत है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक 40 फीसद लोग टैक्स में राहत चाहते हैं तो 32 फीसद लोग टैक्स को लेकर निश्चितता का माहौल चाहते हैं।

सर्वे के मुताबिक 18 फीसद लोग प्रत्यक्ष कर संहिता यानी डीटीसी को लागू करने के पक्ष में है तो पांच फीसद डिजिटल इकोनॉमी को टैक्स के दायरे में लाने के पक्ष में दिखे। वहीं, पांच फीसद लोग अन्य प्रकार के सुधार चाहते हैं। सर्वे में यह सामने आया कि 75 फीसद लोग बजट में रोजगार सृजन करने वालों को टैक्स में इंसेंटिव देने की घोषणा चाहते हैं। निर्यात और नवाचार करने वालों को भी टैक्स में इंसेंटिव देने पर लोगों ने सहमति जाहिर की।

फिक्की के प्रेसिडेंट उदय शंकर के मुताबिक इस सर्वे की रिपोर्ट यह दर्शाती है कि अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने के प्रयास जारी रखना सरकार की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर होना चाहिए। उद्योग जगत इस बात की भी उम्मीद करता है कि मांग में बढ़ोतरी के लिए बजट में प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा होगी। बजट में रोजगार सृजन और लोगों के हाथ में खर्च के लिए पैसे देने के उपायों पर फोकस करना चाहिए।

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