बगैर परीक्षा दिए ही पास हो जाएंगे प्राइमरी के 3.19 लाख छात्र Gorakhpur News

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परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे इस बार भी बिना परीक्षा दिए उत्तीण हो जाएंगे। पिछले साल कोरोना की वजह से परीक्षा स्थगित कर दी गई। इस बार भी हालात कुछ ऐसे ही नजर आ रहे हैं, क्योंकि अब तक परीक्षा को लेकर शासन स्तर से न कोई निर्देश आया है और न ही विभाग में इसे लेकर कोई तैयारी चल रही है।

मार्च से बंद हैं कक्षा आठ तक के स्‍कूल

पिछले वर्ष मार्च में कोरोना ने दस्तक दी थी तब से एक से लेकर कक्षा आठ तक के स्कूल बंद चल रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की पहल पर आनलाइन कक्षाएं शुरू की गई, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के बच्चों व निम्न आय वर्ग के बच्चों तक इसकी पहुंच नहीं हो सकी। इस कारण बड़ी संख्या में बच्चे पूरे सत्र पढ़ाई से दूर ही रहे। इस स्थिति में अगर बच्चे परीक्षा में शामिल होते हैं जो बहुत अच्छा परिणाम नहीं आएगा। वहीं बच्चों को परीक्षा के लिए स्कूल बुलाने से संक्रमण का खतरा भी रहेगा। बहुत से अभिभावक भी बच्चों को किसी भी सूरत में फिलहाल स्कूल भेजने का तैयार नहीं हैं। इन समस्याओं को देखते हुए सभी बच्चों को बिना परीक्षा के ही उत्तीण किए जाने का संभावना बढ़ गई है। शिक्षा विभाग से जुड़े जानकारों के मुताबिक बिना तैयारी के 3.19 लाख बच्चों की परीक्षा नहीं कराई जा सकती। अगर शासन को आनलाइन या आफलाइन परीक्षा करानी होती तो अब तक निर्देश आ चुका होता।


अभी तक बच्चे आनलाइन और टीवी पर पढ़ाई जरूर करते रहे हैं, लेकिन उनकी परीक्षा को लेकर फिलहाल कोई तैयारी नहीं चल रही है। इस संबंध में शासन से कोई दिशा निर्देश आता है तो उस दिशा में काम किया जाएगा। – बीएन सिंह, बीएसए।

विज्ञान प्रदर्शनी में दिखी विद्यार्थियों की प्रतिभा

महाराणा प्रताप पीजी कालेज जंगल धूसड़ में 12 जनवरी से चल रहे भारत-भारती पखवारा के तहत वनस्पति विज्ञान विभाग में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में कालेज के विद्यार्थियों ने माडल के माध्यम से अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में कुल 41 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिसमें बेहतर माडल के आधार बीएससी प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के लिए चुना गया। प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम समन्वयक डा. अभय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से विद्यार्थी प्रायोगिक परीक्षा के लिए तैयार होते हैं। विद्यार्थियों में इससे स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का विकास होता है। प्रदर्शनी के निर्णायक मंडल में डा. अभय कुमार श्रीवास्तव, आम्रपाली वर्मा व अर्चना गुप्ता शामिल रहीं। उप प्राचार्य डा. संतोष श्रीवास्तव ने भी विज्ञान प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।

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