पहलवानों ने लगाया दांव, किसानों ने कहा अब सरकार को दिखाएंगे कुश्‍ती

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कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच मतभेद जारी है। इसको लेकर दांवपेच जारी है। इस बीच रविवार को कुश्ती प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इसमें पहलवानों ने दांव आजमाए। भाकियू अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने बयान भी दिया है कि यहां दंगल का आयोजित कराकर हमने सरकार को कुश्ती दिखाई है। रविवार को यूपी गेट किसान आंदोलन स्थल पर संयुक्त किसान मंच की ओर से अखिल भारतीय किसान केसरी दंगल में महिला व पुरुष वर्ग में कुश्ती हुई।

पंजाब, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के पहलवानों ने दिखाए दांव

इसमें पूर्व हरियाणा केसरी व नेशनल चैंपियन सन्नी जून ने यूपी केसरी को एक अंक से पराजित कर चैंपियन का खिताब जीता। वहीं, मुजफ्फरनगर की महिला पहलवानों का दबदबा रहा। दंगल में पश्चिम उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अलावा पंजाब, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के पहलवानों ने दांव दिखाए। संयुक्त किसान मंच द्वारा आंदोलन में शहीद किसानों को दंगल समर्पित किया।


दंगल में सबसे बड़ी कुश्ती भारत केसरी पहलवान सन्नी जून बनाम संदीप पोसवाल के बीच हुई जिसमें सन्नी जून ने एक अंक के साथ कुश्ती अपने नाम की। अगला मुकाबला युधिष्ठिर कुश्ती अखाड़े के आयुष व लोनी के दिवेश के बीच हुआ, जिसमें आयुष विजयी रहा। गुरु हनुमान अखाड़ा दिल्ली से आदि का बुलंदशहर के सौरभ के साथ हुई कुश्ती में आदि ने जीत दर्ज की। बम्हेटा के पहलवान बादल, महिला वर्ग में मधु नेगी, मुजफ्फरनगर की महिला पहलवान प्रियंका, रिया, खुशी, मीनाक्षी ने कुश्ती अपने नाम की।

पहलवानों ने किसानों के सम्मान में निशुल्क कुश्ती लड़ी

बता दें कि दंगल में सभी पहलवानों ने किसानों के सम्मान में निशुल्क कुश्ती लड़ी। दंगल भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के मार्गदर्शन में कराया गया। दंगल के आयोजक सदस्य भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, किसान नेता जगतार सिंह बाजवा, युधिष्ठिर पहलवान, पूर्व कुश्ती खिलाड़ी सुरेंद्र कालीरमन, पदम सिंह राठी, अनुज प्रधान आदि मौजूद रहे।


जय जवान जय किसान जय पहलवान

सन्नी जून दंगल में पहुंचे वर्ष 2014 के भारत केसरी, वर्ष 2016 के हरियाणा केसरी, दिल्ली ओलंपिक गेम्स 2016 के रजत पदक विजेता एवं नेशनल चैंपियन सन्नी जून 125 भार वर्ग में बड़ी कुश्ती लड़ने उतरे। इससे पूर्व उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि दंगल के उद्देश्य को समझकर किसानों का समर्थन में निशुल्क कुश्ती लड़ने यहां आए हैं। हम किसान परिवार से हैं। हमारा नारा जय जवान जय किसान और जय पहलवान है।

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