पंजाब के किसानों को दिल्ली पुलिस ने दिया झटका, नहीं मिली प्रदर्शन की इजाजत

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तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन की तैयारी में जुटे पंजाब के किसानों को दिल्ली पुलिस ने बड़ा झटका दिया है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को दावा किया कि उसने केंद्र की नई कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विरोध करने के लिए विभिन्न किसान संगठनों से प्राप्त सभी अनुरोधों को खारिज कर दिया है। इस बाबत दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि अगर वे किसी भी सभा के लिए शहर में आते हैं तो प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, पंजाब के किसानों ने जंतर मंतर अथवा रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ये कहते हुए उनकी मांगों को खारिज कर दिया है कि कोरोना वायरस वायरस संक्रमण के चलते इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है।

वहीं, भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा ईकाई के प्रमुख गुरुनाम सिंह छाधुनी ने कहा, ”हम नहीं जानते हैं कि प्रदर्शन कितना लंबा चलेगा, लेकिन हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। किसान तीन से चार महीने तक रुकने का प्रबंध कर रहे हैं।


प्रदर्शन के लिए दिल्ली आ रहे किसान

यहां पर बता दें कि पंजाब समेत देशभर के अलग-अलग किसान संगठनों के नेताओं ने बृहस्पतिवार को घोषणा की है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए 3 कृषि कानूनों के विरोध में 26 नवंबर से दिल्ली में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

जाम करेंगे सड़क

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर उन्हें दिल्ली में नहीं घुसने दिया जाता है, तो दिल्ली जाने वाली सड़कों को जाम कर दिया जाएगा। प्रदर्शन की अगुआई के लिए चंडीगढ़ (पंजाब) में 500 किसान यूनियनों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा का गठन किया गया है गया है।

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