दिल्ली में 400 पहुंचा एयर इंडेक्स, बुधवार को गंभीर श्रेणी में भी जा सकता है प्रदूषण

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कुछ दिनों की राहत के बाद दिल्ली-एनसीआर में लगातार वायु प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। सोमवार से ही वायु गुणवत्ता स्तर (Air Quality Index) में इजाफा देखने को मिलने लगा था और मंगलवार सुबह हालात और भी ज्यादा खराब हो गए हैं। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार सुबह दिल्ली के पटपड़गंज में वायु गुणवत्ता स्तर (AQI) 400 पहुंच गया। माना जा रहा है कि दिन चढ़ने के साथ इसमें और भी इजाफा होने के आसार हैं।

वायु प्रदूषण में लगातार होगा इजाफा

वहीं, केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन वायु गुणवत्ता निगरानी संस्था सफर इंडिया के अनुसार फिलहाल हवा की दिशा उत्तर- पश्चिमी चल रही है। हवा की गति मंद और लगभग शांत है। ऐसे में अगले एक दो दिन और अभी वायु प्रदूषण में वृद्धि होने की संभावना है।


बुधवार को हालात हो सकते हैं खराब

सफर के मुताबिक, मंगलवार को एयर इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी के उच्च स्तर तक पहुंच सकता है, जबकि बुधवार को कुछ समय के लिए गंभीर श्रेणी में भी जा सकता है। दूसरी तरफ सफर के अनुसार पराली का जलना अब काफी कम हो गया है। पिछले 24 घंटे के दौरान हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने के केवल 149 मामले सामने आए हैं। दिल्ली के वायु प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी भी महज 6 फीसद दर्ज की गई।


उधर, दिल्ली विधानसभा की पर्यावरण समिति की अध्यक्ष आतिशी ने पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की वजह से दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के मुद्दे पर सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा गठित वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के अध्यक्ष एमएम कुट्टी से मुलाकात की। उन्होंने आयोग से मुलाकात कर पराली जलाने पर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों की जवाबदेही तय करने और केस दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इसके साथ ही दोनों राज्य सरकारों को बायो डीकंपोजर तकनीक से पराली का समाधान करने के लिए आदेश जारी करने का भी अनुरोध किया।


आतिशी ने कहा कि हर वर्ष अक्टूबर और नवंबर में दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो जाता है। अस्थमा के मरीजों, बुजुर्गों और बच्चों की परेशानी बढ़ जाती है। उन्होंने दूसरी यह मांग रखी कि पंजाब और हरियाणा की सरकारों को सख्त आदेश दिया जाए कि वे पराली जलाने के इस सिलसिले को रोकें और यदि नाकाम होते हैं, से सख्त कार्रवाई की जाए।

आतिशी ने बताया कि आयोग के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि वह इस संबंध में जल्द महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने पूसा इंस्टीट्यूट के साथ भी बैठक रखी है।

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