डांस की दीवानी ने गेंदबाजों से कराया है ‘तांडव’

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भारतीय महिला क्रिकेट वनडे टीम की कप्तान मिताली राज आज यानी 3 दिसंबर 2020 को अपना 38वां जन्मदिन मना रही हैं। लंबे समय तक भारतीय टीम की कप्तान रहने वालीं मिताली राज को अगर महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर कहा जाए तो गलत नहीं होगा, क्योंकि उनके आंकड़े लाजबाव हैं। ऐसे आंकड़े महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम भी दर्ज हैं। दोनों में एक समानता ये भी कि इन दोनों ही भारतीय दिग्गजों ने दो दशक से ज्यादा समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना दमखम दिखाया है।

दाएं हाथ की बल्लेबाज मिताली राज 3 दिसंबर 1982 को राजस्थान के जोधपुर में जन्मीं थीं। उन्होंने जून 1999 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच खेला था और इसके बाद से वे लगातार भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मुकाबले खेलती आ रही हैं। महज साढ़े 16 साल की उम्र में मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उस समय लड़कियों के लिए क्रिकेट एक अभिशाप की तरह हुआ करती थी। खासकर उन लड़कियों के लिए लैदर की गेंद पत्थर का गोला हुआ करती थी, क्योंकि उनको उस गेंद से खेलने की आदत नहीं थी, लेकिन मिताली राज ने इसे ही अपना करियर चुना। ठीक वैसे है जैसे सचिन तेंदुलकर ने साल 1989 में लगभग इतनी ही उम्र में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था।

डांस की दीवानी मिताली ने गेंदबाजों को नचाया

मिताली राज डांस की दीवानी थीं, लेकिन उन्होंने दुनियाभर की गेंदबाजों को अपने बल्ले की धुन पर डांस कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। 21 साल के बाद अगर उनके आंकड़ों पर गौर किया जाए तो ये बड़े ही हैरान करने वाले हैं। एक महिला के लिए इतने लंबे समय तक क्रिकेट खेलना आसान काम नहीं है। मिताली राज ने भारत की महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलते हुए वो कमाल किए हैं, जो तमाम दिग्गज पुरुष खिलाड़ी भी नहीं कर पाए हैं। दो दशक से ज्यादा समय तक 22 गज की पट्टी पर खेलना कोई मामूली बात नहीं है। हर एक मैच के पीछे कितनी मेहनत होती है, ये सिर्फ एक क्रिकेटर ही जान सकता है।


तमिल परिवार से ताल्लुक रखने वालीं मिताली राज ने जैसे क्रिकेट की दुनिया में देश की सेवा की है। वैसे ही उनके पिता ने देश की सेवा एयर फोर्स में रहकर की है। बचपन में मिताली बहुत ही आलसी थीं और यही उनके क्रिकेट खेलने का कारण रहा, क्योंकि उनके पिता ने उनको क्रिकेट खेलने के लिए काफी प्रेरित किया था और बचपन में ही नाजुक से हाथों में बल्ला थमा दिया था। महज दस साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था। दस साल की उम्र से ही उन्होंने क्रिकेट की बारियों को सीखना शुरू कर दिया था और फिर करीब 6 साल के बाद उनको देश के लिए खेलने का मौका मिला।

मिताली ने डेब्यू वनडे मैच में जड़ा था शतक

T20 इंटरनेशनल क्रिकेट से मिताली राज संन्यास ले चुकी हैं, लेकिन वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट अभी भी खेल रही हैं। मिलाती ने अपने पहले ही वनडे मैच में आयरलैंड के खिलाफ शतक जड़ा था। अपने डेब्यू वनडे मैच में उन्होंने नाबाद 114 रन बनाए थे, जबकि उनकी जोड़ीदार रेश्मा गांधी ने भी शतकीय पारी खेली थी। इसके बाद से अब तक मिताली राज 200 से ज्यादा वनडे मैच खेल चुकी हैं।


मिताली राज दुनिया की पहली ऐसी महिला क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 200 से ज्यादा वनडे इंटरनेशनल मैच अपने देश के लिए खेले हैं। मिताली राज ने 209 मैचों की 189 पारियों में 50.64 के औसत से 6888 रन बनाए हैं, जिसमें सात शतक और 53 अर्धशतक शामिल हैं। नवंबर 2019 से उन्होंने एक भी वनडे मैच नहीं खेला है। यहां तक कि भारत ने भी वनडे क्रिकेट में पिछले साल से हिस्सा नहीं लिया है। महिला वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में मिताली राज के अर्धशतकों की संख्या अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। इतने अर्धशतक अभी तक किसी महिला प्लेयर ने वनडे क्रिकेट में नहीं जड़े हैं।


ये हैं मिताली राज के विश्व रिकॉर्ड

मिताली राज दुनिया की पहली ऐसी महिला क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 20 साल से ज्यादा तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का गौरव हासिल किया है। इसके अलावा वे सबसे पहले 200 वनडे इंटरनेशनल मैच खेलने वाली दुनिया की पहली महिला खिलाड़ी बनी हैं। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे पहले 2000 रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी मिताली राज के ही नाम है। वुमेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड भी मिताली राज के ही नाम है।

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