क्या दिल्ली में कोरोना पर लगाम के लिए लॉकडाउन ही एक मात्र उपाय है : HC

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राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन लगाने को लेकर दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट में सोमवार को अहम सुनवाई हुई। दिल्ली में तत्काल प्रभाव से लॉकडाउन लगाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि क्या लॉकडाउन ही एकमात्र विकल्प है? इसी के साथ कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई से इनकार करते हुए खारिज कर दिया। दिल्ली हाई कोर्ट की जस्टिस डीएन पटेल और जस्टिस प्रतीक जालान की पीठ ने कहा कि बिना किसी होमवर्क के याचिका दायर की गई और इसे खारिज किया जाता है। याचिकाकर्ता डॉक्टर कौशल कांत मिश्रा की वकील पूजा धर ने इसके बाद याचिका वापस लेने पर सहमति जताई।

अस्पतालों में बढ़ाए जा रहे 1650 आइसीयू बेड : सत्येंद्र जैन

वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि अस्पतालों में अब 17 हजार से ज्यादा बेड उपलब्ध हो गए हैं। अगले कुछ दिनों में अस्पतालों में करीब 1650 आइसीयू बेड और बढ़ाए जाने हैं। इसमें से 400 बेड पिछले चार दिन में बढ़ाए जा चुके हैं, जबकि शेष बचे 1250 बेड जल्द बढ़ा दिए जाएंगे।


उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कुल 17,292 बेड में से करीब 7700 बेड खाली पड़े हैं। अस्पतालों में आइसीयू बेड की कमी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में करीब 250, दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 650 व केंद्र सरकार के अस्पतालों में 750 बेड बढ़ाए जाएंगे। अस्पतालों में आइसीयू बेड की कमी बनी हुई है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि शवों के अंतिम संस्कार में आने वाली परेशानियों को लेकर निगमों से बात की गई है। निगम ने आश्वासन दिया है कि शवों के अंतिम संस्कार में परेशानी नहीं आएगी। यहां पर बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगातार दूसरे दिन 100 से अधिक लोगों की जान गई है।

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