आसियान बैठक में बोले राजनाथ, बायोटेरियोरिज्म खतरों को दूर करने के प्रयासों को रखना होगा जारी 

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आसियान (ASEAN) के रक्षा मंत्रियों की एक बैठक एडीएमएम-प्लस (ADMM-Plus) को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी संरचना हमारी ताकत का एक और स्तंभ है, क्योंकि इसमें 18 प्रमुख देशों के रक्षा मंत्रालय शामिल हैं, जो क्षेत्रीय सुरक्षा गतिशील में प्रमुख हितधारक हैं।

उन्‍होंने कहा कि हमें बायोटेरियोरिज्म, ट्रांसनैशनल ट्रैफिकिंग और महामारी संबंधी बीमारियों के खतरों को दूर करने के अपने प्रयासों को जारी रखने की आवश्यकता है। पिछले दशक में एडीएमएम इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ाया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आसियान कहा कि स्वतंत्रता के मूल सिद्धांतों, खुलेपन और समावेशिता पर आधारित चुनौतियों से मिलकर निपटने की क्षमता क्षेत्र का भविष्य तय करेंगे। उन्‍होंने कहा, ‘नियम आधारित व्यवस्था, समुद्री सुरक्षा, साइबर संबंधी अपराध एवं आतंकवाद जैसे कई खतरे हैं, जो चुनौतियां बने हुए हैं और हमें एक मंच के तौर पर इनसे निपटने की आवश्यकता है। क्षेत्र में स्वतंत्रता के मूल सिद्धांतों, समावेशिता एवं खुलेपन पर आधारित चुनौतियों से मिलकर निपटने की हमारी क्षमता हमारा भविष्य तय करेगी।’


बता दें कि एडीएमएम-प्लस आसियान और भारत समेत इसके आठ संवाद भागीदारों के लिए एक मंच है। सिंह की यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सात महीने से अधिक समय से सीमा पर जारी विवाद की पृष्ठभूमि में की गई है। सिंह ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुई चुनौतियों से भी निपटने की आवश्यकता को रेखांकित किया।’

रक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की चुनौती ने दुनिया को बदल दिया है और कई ऐसी बाधाएं पैदा की हैं, जिनसे पार पाना है। उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य की बात है कि महामारी का हानिकारक प्रभाव अब भी सामने आ रहा है। यह सुनिश्चित करना चुनौती है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने की राह पर आगे बढ़े और जब यह रफ्तार पकड़े तो यह सुनिश्चित किया जाए कि इस दौरान कोई पीछे न छूट जाए।’ गौरतलब है कि एडीएमएम-प्लस की पहली बैठक 2010 में हनोई में हुई थी। उस समय रक्षा मंत्रियों ने नए तंत्र के तहत समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी, मानवीय सहायता और शांति रक्षा अभियानों समेत पांच क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग करने पर सहमति जताई थी। आसियान और भारत के बीच संबंध पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुए हैं और व्यापार एवं निवेश के साथ-साथ सुरक्षा क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।


बता दें कि आज यानि 13 दिसंबर को आसियान (ASEAN) की दसवीं वर्षगांठ हैं। इसी के चलते यह बैठक आयोजित की गई है। राजनाथ सिंह बुधवार को इसकी जानकारी दी थी कि वह मंत्रियों की बैठक को संबोधित करेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से ये बैठक वर्चुअल हो रही है। पिछले साल राजनाथ सिंह ने बैंकॉक में (ADMM-Plus) और रक्षा और सुरक्षा 2019 प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में भाग लिया था।


उल्‍लेखनीय है कि पिछले साथ इस बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने किसी देश का नाम लिए बगैर पाकिस्‍तान को टारगेट करते हुए कहा था कि राज्य प्रयोजित आतंकवाद न सिर्फ एक पीड़ादायी कैंसर है, बल्कि सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वालें कारणें में भी है।

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