व्यापार और निवेश बढ़ाने के साथ भारत और अरब लीग के देश आतंकवाद से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाएंगे। बुधवार को अरब-भारत सहयोग फोरम के वरिष्ठ अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई तीसरी बैठक में एक दूसरे के जलयानों को समुद्री सुरक्षा प्रदान करने पर भी सहमति बनी। बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी संजय भट्टाचार्य और लीग आफ अरब स्टेट्स में स्थायी राजदूत और मिस्र के सहायक विदेश मंत्री मुहम्मद अबू अल खेर ने की।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार दोनों पक्षों ने भारत और अरब देशों के बीच ऐतिहासिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों के महत्व को रेखांकित किया। बैठक में दोनों पक्षों ने आपसी संबंधों की मजबूत बुनियाद और हितों की चर्चा करते हुए कहा कि इस फोरम के जरिये संबंधों को नई ऊंचाइयां दी जा सकती हैं। दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई मुद्दों पर चर्चा की और आपसी समन्वय और सहयोग बढ़ाने के उपायों की मजबूती पर जोर दिया।
दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और पश्चिम एशिया के मुद्दों का समाधान सार्थक समझौतों से करने की बात दोहराई। इस संबंध में सीरिया, लीबिया, यमन के हालात और फलस्तीन समस्या का विशेष रूप से जिक्र किया गया। दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार सुरक्षित नौवाहन, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने की जरूरत पर भी बल दिया।
बैठक में कोरोना महामारी के चलते पैदा हुए विषम परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। बैठक में अरब लीग ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो साल के लिए अस्थायी सदस्य चुने जाने पर बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह अपने कार्यकाल में अहम मुद्दों पर सार्थक भूमिका निभाएगा। बैठक में दोनों पक्षों ने फोरम के प्रस्तावित कार्यक्रमों और बैठकों की तिथियां जल्द निर्धारित करने पर भी सहमति जताई।