अपनी मांगों को न माने जाने के विरोध में किसान संगठनों की ओर से आज बृहस्तपतिवार को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान

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दिल्ली-एनसीआर में किसानों का प्रदर्शन जारी है। कृषि बिल को वापस लिए जाने के विरोध में किसान सीमाओं पर बीते 42 दिन से धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अपनी मांगों को न माने जाने के विरोध में किसान संगठनों की ओर से बृहस्तपतिवार को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया गया था। ट्रैक्टर मार्च में तमाम किसान संगठन शामिल हुए। ट्रैक्टर मार्च से दिल्ली-एनसीआर और पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर जाम के हालात दिखे।

26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च का अभ्यास

किसानों का कहना है कि ये तो महज 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाले ट्रैक्टर मार्च का अभ्यास भर है। किसानों ने केंद्र सरकार को चेताया है कि तीनों कानूनों को रद करने की मांगें नहीं मानीं गईं तो प्रदर्शनकारी 26 जनवरी को दिल्ली में ऐसे ही ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। वहीं, सुरक्षा को देखते हुए दिल्ली से सटे शहरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

टिकैत बोले हम 2024 तक के लिए तैयार

यूपी गेट से ट्रैक्टर यात्रा निकाल रहे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) गुट के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो 2024 तक के लिए तैयार हैं। तीनों केंद्रीय कृषि कानून रद करवाकर ही वापस लौटेंगे।

गुरुग्राम में पुलिस पूरे दिन रही अलर्ट

में संवाददाता आदित्य राज के अऩुसार किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर गुरुग्राम पुलिस बृहस्पतिवार पूरे दिन हाई अलर्ट रही। न केवल दिल्ली-जयपुर हाईवे एवं केएमपी एक्सप्रेस-वे पर बल्कि शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी पुलिस सक्रिय रही। सिरहौल बार्डर, खेड़कीदौला टोल प्लाजा, मानेसर घाटी, पचगांव चौक, बिलासपुर चौक एवं कापड़ीवास चौक के नजदीक काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे। मानेसर घाटी में गुरुग्राम पुलिस के साथ ही आइटीबीपी के जवान भी तैनात रहे। समाचार लिखे जाने तक बाहर से किसानों का एक भी जत्था कहीं भी जिले की सीमा में नहीं पहुंचा।

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रेवाड़ी से जत्था पहुंचा गुरूग्राम

रेवाड़ी इलाके से किसानों का जत्था गुरुग्राम सीमा में न पहुंचे, इसे लेकर कापड़ीवास चौक, बिलासपुर चौक एवं मानेसर घाटी में लगाए गए नाकों पर वाहनों के ऊपर नजर रखी गई। खासकर ट्रक एवं ट्रैक्टर के ऊपर नजर रखी गई। इस वजह से तीनों जगह ट्रैफिक का दबाव बना रहा। मानेसर घाटी के नजदीक सहायक पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) संजीव बल्हारा एवं मानेसर के थाना प्रभारी जयप्रकाश ने स्वयं मोर्चा संभाल रखा था। बताया जाता है कि सोहना एवं फरुखनगर इलाके से कुछ किसान ट्रैक्टर मार्च में भाग लेने के लिए बादली बार्डर पर पहुंचे।


मोर्चा ने निकाला ट्रैक्टर मार्च

गुरुग्राम में राजीव चौक के नजदीक किसानों के आंदोलन के समर्थन में धरना दे रहे संयुक्त किसान मोर्चा के लोगों ने शहर में ट्रैक्टर मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। इसे लेकर राजीव चौक ही नहीं बल्कि पूरे शहर में पुलिस हाई अलर्ट रही। मार्च की वजह से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था काफी देर तक प्रभावित रही।

पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम केके राव ने बताया कि जिले में कहीं पर भी बाहर से किसानों का जत्था नहीं पहुंचा। शहर के भीतर भी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया गया। जहां तक सुरक्षा व्यवस्था का सवाल है तो आंदोलन शुरू होने के दिन से ही पुलिस सक्रिय है। ट्रैक्टर मार्च को लेकर दिल्ली-जयपुर हाईवे, केएमपी एक्सप्रेस-वे ही नहीं बल्कि सभी मुख्य सड़कों पर पुलिस अलर्ट रही। जब तक आंदोलन चलेगा तब तक इसी तरह पुलिस अलर्ट रहेगी।


मांगे न पूरी होने तक प्रदर्शन जारी

ग्रेटर नोएडा में किसानों ने कहा है कि वो मांगे न पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखेंगे। कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों ने ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा की थी। अपने-अपने किसान संगठनों के नेतृत्व में रैली में शामिल होने के लिए किसान दनकौर, दादरी, रबुपुरा, जेवर सहित अन्य क्षेत्रों से रवाना हुए। रैली में शामिल होने के लिए जिले से लगभग डेढ़ सौ से अधिक ट्रैक्टर में किसान रवाना हुए। इसमें भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की संख्या अधिक रही।


संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत सैकड़ों ट्रैक्टर व किसानों के साथ दिन में लगभग चार बजे ईस्टर्न पैरिफेरल एक्सप्रेस वे सिरसा कट पर पहुंचे। यहीं पर रैली का समापन किया गया। इस अवसर पर राकेश टिकैत ने कहा कि यह 26 जनवरी को होने वाले प्रदर्शन की तैयारी अच्छी रही। प्रदर्शन में हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर शामिल होंगे।


केएमपी पर निकाला ट्रैक्टर मार्च

सोनीपत में आंदोलनरत किसानों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बृहस्पतिवार को कुंडली में आंदोलनरत किसानों ने केएमपी पर ट्रैक्टर मार्च निकाला। मार्च के दौरान किसानों और सुरक्षाबलों के बीच कहीं भी टकराव की नौबत नहीं आई। सुबह 11 बजे किसान सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर लेकर केजीपी-केएमपी के गोलचक्कर से केएमपी पर चढ़े और आगे बढ़े। मार्च के दौरान किसान ट्रैक्टर की छत पर भी बैठे थे।

रैली में सिंघु बार्डर से नहीं गए ट्रैक्टर

सिंघु बार्डर पर धरना दे रहे किसान गुरुवार को केएमपी पर आयोजित ट्रैक्टर रैली में भाग नहीं ले पाए। रैली में भाग लेने का कारण पुलिस की ओर से की गई बैरिकेडिंग को बताया जा रहा है। दरअसल सिंघु बार्डर पर दो जगह धरना दिया जा रहा है। एक तो दिल्ली की सीमा में और दूसरा हरियाणा की सीमा में। दोनों जगह के बीच पुलिस की ओर से बैरिकेड लगाए गए हैं। बैरिकेड लगे होने की वजह से दिल्ली की साइड में खड़े ट्रैक्टर हरियाणा की तरफ और हरियाणा की सीमा में खड़े ट्रैक्टर दिल्ली की ओर नहीं आ पा रहे हैं। जिस कारण सिंघु बार्डर पर दिल्ली की सीमा में धरना दे रहे किसान अपने ट्रैक्टर रैली में नहीं ले जा पाए।

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