भारत के उपराष्ट्रपति की अध्यक्षता में 30 नवंबर को एससीओ की बैठक, पाक होगा शामिल
भारत पहली बार शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्यों के सरकारों के प्रमुखों की बैठक की अगुवाई करने जा रहा है। अगर सामान्य माहौल होता तो यह बैठक नई दिल्ली में होती और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसमें अपने देश की अगुवाई करते, लेकिन इस बार वर्चुअल बैठक है और पाकिस्तान की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि उनका प्रतिनिधित्व कौन करेगा।
शंघाई सहयोग संगठन की बैठक भारत की अगुवाई में होगी, पहली बार उप-राष्ट्रपति करेंगे अध्यक्षता
30 नवंबर यानी अगले सोमवार को होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू करेंगे। अभी तक इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व भी विदेश मंत्री के स्तर पर ही होता रहा है, लेकिन चूंकि भारत इस बार आयोजक है इसलिए अगुवाई उप-राष्ट्रपति से करवाने का फैसला किया गया है।
भारत पहली बार एससीओ बैठक की करेगा अगुवाई
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सितंबर, 2017 में पूर्णकालिक सदस्य के तौर पर शामिल होने के बाद भारत पहली बार एससीओ की किसी बैठक की अगुवाई करेगा। बैठक में पाकिस्तान, चीन, रूस, कजाखिस्तान, किर्गिजस्तान, ताजिकिस्तान व उज्बेकिस्तान बतौर पूर्ण सदस्य, अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान व मंगोलिया बतौर पर्यवेक्षक देश व तुर्केमिनिस्तान मेहमान राज्य के तौर पर शामिल होगा।
सदस्य देशों के बीच अगले एक वर्ष के आर्थिक सहयोग का एजेंडा तैयार होगा
इसके लिए एजेंडा मोटे तौर पर आर्थिक है, जिसमें सदस्य देशों के बीच अगले एक वर्ष के आर्थिक सहयोग का एजेंडा तैयार होगा। बैठक की समाप्ति पर भारत की अगुवाई में एक संयुक्त बयान भी जारी किया जाएगा। भारत की तरफ से स्टार्ट अप और इनोवेशन के मुद्दे पर सदस्य देशों के बीच सहयोग पर अलग से एक प्रस्ताव पेश किये जाने की तैयारी है।
चीन के साथ सैन्य तनाव होने के बावजूद भारत ने एससीओ के हर बैठक में हिस्सा लिया
एससीओ मूल तौर पर चीन की तरफ से बढ़ाया गया संगठन है। मई, 2020 से चीन के साथ सैन्य तनाव होने के बावजूद भारत ने एससीओ के हर बैठक में हिस्सा लिया है। अक्टूबर, 2020 में भारत के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने इस संगठन के विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए मास्को की यात्रा भी की थी। 10 नवंबर, 2020 को इसकी वर्चुअल शिखर बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया था।
पाकिस्तान के अलावा भारत के एससीओ के अन्य सभी देशों के साथ अच्छे आर्थिक संबंध है
विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि आगामी बैठक में भी भारत यह संकेत देगा कि वह एससीओ सदस्यों के साथ अपने आर्थिक रिश्तों को और मजबूत करने को तत्पर है। खास तौर कोविड के बाद के माहौल में इन देशों के साथ आर्थिक संबंधों को लेकर काफी संभावनाएं पैदा होंगी। पाकिस्तान के अलावा भारत के एससीओ के अन्य सभी देशों के साथ बेहद अच्छे आर्थिक संबंध है।